(अ) प्रथम खण्ड वाण्ज्यि स्नातक के विषय
प्रतिष्ठा -
1. वित्तीय लेखाकन (Financial Accounting)
2. अकेक्षण (Auditing)
सहायक -
1. व्यवसायिक संगठन (Business Organisation)
(Sub.)
2. अर्थशास्त्र के सिद्धात (Principles of Economics)
रचना की भाषा -
हिन्दी/उर्दू - 100 अक 50+50
(ब) द्वितीय खण्ड वाणिज्य स्नातक के विषय :
प्रतिष्ठा -
1. व्यापारिक सन्न्यिम (Mercantile/Commercial Law)
2. विशिष्ट लेखाकन (Specialisd Accounting)
सहायक -
1. मुद्रा एवं अधिकोषण (Money & Banking)
2. भारत में योजना एवं आर्थिक विकास (Planing & Economics Development of India)
रचना की भाषा-
हिन्दी/उर्दू 100 अंक 50+50
(स) तृतीय खण्ड वाणिज्य स्नातक के विषय :
प्रतिष्ठा -
1. लागत लेखांकन (Cost Accounting)
2. प्रबंध लेखांकन (Management Accounting)
3.करारोपन अधिनियम एवं लेखा (Taxation Law & Accounts)
4. व्यापारिक सांख्यिकी एवं व्यावसायिक गणित (Commercial Statistics & Business Mathematics)
सहायक विषय -
1. सामान्य अध्ययन (General Studies)
टिप्पणी :
स्नातक स्तर के सभी विषयों में स्नातक प्रथम एवं द्वितीय खण्ड में प्रतिष्ठा विषय के एक-एक सौ अंकों के दो पत्र एवं सहायक दो विषयों के एक-एक सौ अंकों के अतिरिक्त 100 अंको के रचना की भाषा हिन्दी/उर्दू में से कोई एक विषय भी रहेगा। अंतिम तृतीय खण्ड में प्रतिष्ठा विषय के चार पत्र प्रत्येक 100 अंक के अतिरिक्त सामान्य अध्ययन के 100 अंकों की परीक्षा होगी।
टिप्पणीः
स्नातक स्तर के सभी विषयों में स्नातक प्रथम एवं द्वितीय खण्ड में प्रतिष्ठा विषय के एक-एक सौ अंक के दो पत्र एवं 100 100 अंकों के दो सहायक विषयों के अतिरिक्त अनिवार्य विषय के रूप में हिन्दी/उर्दू रचना की पढ़ाई करनी होगी। अंतिम (तृतीय) खण्ड प्रतिष्ठा में 100 100 अंकों के चार पत्रों के अतिरिक्त 100 अंकों के सामान्य अध्ययन का अध्ययन अपेक्षित है।